विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत की उपस्थिति में शासकीय नवीन महाविद्यालय सारागांव में दीक्षांत समारोह सह उच्च शिक्षा सम्मेलन का हुआ आयोजन

 

विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत की उपस्थिति में शासकीय नवीन महाविद्यालय सारागांव में दीक्षांत समारोह सह उच्च शिक्षा सम्मेलन का हुआ आयोजन

समाज के बेहतर विकास के लिए पढ़ाई के साथ-साथ कौशल उन्नयन भी जरूरी – विधानसभा अध्यक्ष

25 छात्रों को वैल्यू ऐडेड कोर्स पूर्ण कर सफल होने पर प्रमाण पत्र का किया गया वितरण

जांजगीर चांपा 7 दिसंबर 2022/ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में आज स्वामी आत्मानंद बीडीएम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में शासकीय नवीन महाविद्यालय सारागांव द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह सह उच्च शिक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के 25 छात्रों द्वारा वैल्यू ऐडेड कोर्स अंतर्गत कम्युनिकेशन स्किल एंड जनरल अवेयरनेश कोर्स सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत द्वारा प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। दीक्षांत समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि समाज के बेहतर विकास के लिए विद्यार्थियों में पढ़ाई के साथ-साथ कौशल उन्नयन भी कराना अत्यंत आवश्यक है, जिससे बच्चों और समाज का सर्वांगीण विकास हो सके।
दीक्षांत समारोह सह उच्च शिक्षा सम्मेलन के अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए स्कूल के साथ-साथ महाविद्यालय और बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए स्वामी आत्मानंद बीडीएम विद्यालय सारागांव का भी संचालन किया जा रहा है, जिससे बच्चों का बेहतर विकास हो सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा का जीवन में विशेष महत्व होता है लेकिन हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए शिक्षा के साथ साथ कौशल उन्नयन जरूरी है। उन्होंने कहा कि कौशल का स्थानांतरण शिक्षक से बच्चों में एकाएक नही किया जा सकता, इसके लिए विधिवत ढंग से शिक्षक और विद्यार्थियों को इस पर कार्य करने की आवश्यकता है। जिससे ज्ञान के साथ-साथ कौशल उन्नयन भी हो सके। दीक्षांत समारोह में उपस्थित कार्यक्रम के अतिविशिष्ट अतिथि पूर्व न्यायमूर्ती (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ वाणिज्यिक कर अधिकरण रायपुर)  रामप्रसन्न शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में कौशल उन्नयन के माध्यम से आजीविका के नए-नए स्त्रोत उत्पन्न हो रहे है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वर्तमान में कृषि का क्षेत्र एक लाभकारी क्षेत्र के रूप में उभरकर सामने आया है और कृषि क्षेत्र में उन्नत तकनीक का उपयोग कर किसान लाभान्वित हो रहें है। इसके साथ ही उन्होंने जीएसटी एण्ड टेक्शेसन, टेक्नोलॉजी, कम्प्यूटर आदि के क्षेत्र में कौशल उन्नयन कर आजीविका प्राप्त करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में बेहतर करने के लिए उस क्षेत्र की गहन जानकारी भी जरूरी है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि  मोतीलाल देवांगन ने भी दीक्षांत समारोह में उपस्थित सभी नागरिकों को बधाई दी तथा रोजगारमूलक कार्यों के लाभ के बारे में बताया। मुल्यवर्धित पाठ्यक्रम उत्तीर्ण निम्न विद्यार्थियों कन्हैयालाल रोहिदास, नेहा राठौर, सिद्धांत राठौर, अनिकेश, वृहस्पति सूर्यवंशी, आशा सूर्यवंशी, लता करियारे, सोनाली आदित्य, आंचल देवांगन, यामिनी सूर्यवंशी, राधा यादव, शारदा, सोनिया, प्रांजल यादव, दिव्या कुमारी, फुलेश्वरी कश्यप, हेमंत कुमार भैना, किरण साहू, नवधा, पलक भवनानी, पंकज कश्यप, अन्नु देवांगन, श्रेया, अंजलि, रजनी को दीक्षांत समारोह में प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। इसके साथ ही इस अवसर पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठि के उद्घाटन के साथ ही रेड रिबन क्लब के तत्वाधान में महाविद्यालय अंतर्गत आयोजित रंगोली, चित्रकला, निबंध, भाषण प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर नगरपालिका जांजगीर-नैला अध्यक्ष श्री भगवानदास गढेवाल, नगर पंचायत अध्यक्ष  रामकिशन सोनवाल सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. बी. के. पटेल सहित विभिन्न संबंधित अधिकारी कर्मचारी, गणमान्य नागरिक, छात्र-छात्राएं और ग्रामवासी उपस्थित थे।

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