विद्यार्थी राष्ट्र की सेवा में तत्पर रहें: राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन  विद्यार्थी अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग राज्य और देश के निर्माण में करें: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

विद्यार्थी राष्ट्र की सेवा में तत्पर रहें: राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन  विद्यार्थी अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग राज्य और देश के निर्माण में करें: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

आई.आई.आई.टी. नवा रायपुर का ‘‘तृतीय दीक्षांत समारोह सम्पन्न

रायपुर, 24 अप्रैल 2023/ राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन आज डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी आई.आई.आई.टी. नवा रायपुर के ‘‘तृतीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। राजभवन से राज्यपाल समारोह में वर्चुअल तरीके से सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होेंने सभी पदक एवं उपाधि प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी और कहा कि सभी विद्यार्थी राष्ट्र की सेवा में तत्पर रहें।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। ट्रिपलआईटी नवा रायपुर के ऑफिसियेटिंग बोर्ड चेयरमैन श्री स्टीवन ए. पिंटो ने समारोह की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि उद्योग मंत्री कवासी लखमा, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व महानिदेशक और ब्रम्होस एयरोस्पेस नई दिल्ली के पूर्व सीईओ डॉ. सुधीर कुमार मिश्रा, ट्रिपलआईटी नवा रायपुर के निदेशक डॉ. प्रदीप के. सिन्हा समारोह में उपस्थित थे। दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अतिथियों ने विद्यार्थियों को मैडल तथा डिग्री प्रदान की। तीन विद्यार्थियों को पीएचडी, 15 विद्यार्थियों को एमटेक और 113 विद्यार्थियों को बीटेक की उपाधि प्रदान की गई।

राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने दीक्षांत समारोह में कहा कि देश को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने असंख्य कुर्बानियां दी हैं। महात्मा गांधी, सुभाष चन्द्र बोस और अनेक सेनानीयों ने अपने-अपने तरीकों से भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्ति दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांधी जी के अहिंसात्मक तरीके से देश को आजाद कराने की कोशिशों पर पूरे विश्व को बहुत आश्चर्य हुआ था। गांधी जी ने समाज के सभी वर्गाे, विशेष कर विद्यार्थियों को भी आजादी के आंदोलन में शामिल होने का आव्हान किया। नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने दिल्ली चलो का नारा देकर सभी लोगों से सशस्त्र संग्राम में शामिल होने की अपील की थी।

राज्यपाल ने ट्रिपल आई.टी. द्वारा कृषि वानिकी एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अनुसंधान किए जाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को समाज, राज्य और राष्ट्र की सेवा में विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों का जीवन स्तर बेहतर हो सके। उन्होेंने जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा, एनालिटिक्स में विशेष रूप से कार्य करने की आवश्यकता बताई । उन्होंने कहा कि आपके हाथ में, आपके भविष्य के साथ ही भारत का भविष्य भी जुड़ा हुआ है। अभी भारत, स्वतंत्रता का 75वां महोत्सव ‘अमृत काल‘ मना रहा है। शीघ्र ही हम स्वतंत्रता के 100 साल का महोत्सव मनायेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से भारत को विश्वगुरू बनाने में अपना योगदान देने के लिए लगातार प्रयास करने को कहा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग राज्य और देश के निर्माण में करें। आप अपने कैरियर का निर्माण करें, दुनिया की सेवा करें, लेकिन आपके ध्यान में राष्ट्र और राज्य सर्वप्रथम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रिपलआईटी नवा रायपुर छत्तीसगढ़ स्थित देश का एक प्रमुख संस्थान है, जो छात्रों को सूचना प्रौद्योगिकी और संबद्ध विषयों में विश्व स्तरीय तकनीकी शिक्षा प्रदान कर रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी आधुनिक कृषि और वानिकी के साथ-साथ ग्रामीण आबादी के जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि ट्रिपल आईटी नवा रायपुर ने कृषि, वानिकी और ग्रामीण विकास की दिशा में कार्य करने का निर्णय लिया है। कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में ऐसे यंत्र और उपकरण विकसित किए जाएं, जिनका उपयोग साधारण व्यक्ति भी आसानी से कर सके और उनका काम आसान हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे आज खेतों में दवाओं के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग कृषि में मौसम की भविष्यवाणी, स्मार्ट कृषि, रिमोट क्रॉप मॉनिटरिंग, स्मार्ट हैंडलिंग और कृषि उत्पादों के परिवहन आदि के रूप में मदद कर सकता है।

बघेल ने कहा कि ट्रिपल आईटी नवा रायपुर और छात्र विभिन्न तरीकों से छत्तीसगढ़ राज्य के लोगों की बेहतरी में योगदान दे रहे हैं। ट्रिपल आईटी ने छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के सहयोग से साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए नवीन विचारों को खोजने के लिए हैकाथॉन का आयोजन किया। राज्य योजना आयोग को तकनीकी सलाह प्रदान की, छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय के लिए गोंडी भाषा ऐप विकसित किया। आस-पास के गांवों को गोद लेना और उन गांवों के बच्चों को उनकी पढ़ाई में मदद करने के लिए कक्षाएं आयोजित की। कोरोना महामारी के दौरान जागरूकता शिविर आयोजित किए। मुख्यमंत्री ने ट्रिपलआईटी नवा रायपुर को एक विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में स्थापित करने के लिए ट्रिपलआईटी के चेयरमैन, निदेशक, शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए ट्रिपलआईटी नवा रायपुर के ऑफिसियेटिंग बोर्ड चेयरमैन स्टीवन ए. पिंटो ने संस्थान के निकले विद्यार्थियों से उद्यमशीलता की दिशा में भी आगे बढ़ने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि इस संस्थान को विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में विकसित करने में राज्य सरकार द्वारा लगातार सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ट्रिपलआईटी नवा रायपुर को शिक्षा और अनुसंधान के हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। डीआरडीओ के पूर्व महानिदेशक डॉ. सुधीर कुमार मिश्रा ने कहा कि भारत अवसरों का देश है, जो विकसित राष्ट्र बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने संस्थान के शिक्षकों से कहा कि हर छात्र विशिष्ट होता है। उनकी प्रतिभा को पहचानकर विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी देश को एक अत्याधुनिक राष्ट्र बनाने में योगदान दें।

ट्रिपल आईटी नवा रायपुर के निदेशक डॉ. प्रदीप के. सिन्हा ने इस अवसर पर संस्थान का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि उद्योगों की जरूरतों के मुताबिक संचालित अध्ययन-अध्यापन के पाठ्यक्रम के कारण पिछले चार वर्षों में इस संस्थान के शत्-प्रतिशत विद्यार्थियों को देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों में प्लेसमेंट मिला है। यहां शिक्षा के साथ अनुसंधान कार्य भी संचालित किए जा रहे हैं। ट्रिपलआईटी द्वारा रिसर्च हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, एम्स, माइक्रोसाफ्ट, डीआरडीओ जैसे अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ एमओयू किए गए हैं। इस अवसर पर ट्रिपलआईटी बोर्ड के सदस्य, संस्थान के शिक्षक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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