Ajinkya Rahane will be under pressure due 2 Players Shreyas Iyer Hanuma Vihari Mohammad Kaif IND vs SA Test | IND vs SA Test Series: इन 2 खिलाड़ियों की वजह से अजिंक्य रहाणे पर होगा काफी प्रेशर

इस बॉक्सिंग-डे (Boxing Day) के मौके पर 2 टेस्ट खेले जा रहे हैं, लेकिन ये अंदाजा लगाना आसान है कि इनमें से किसे ध्यान लगाकर देखा जाएगा. खेल की क्वालिटी और गंभीरता को देखते हुए सेंचुरियन (Centurion) में खेले जाने वाला भारत-दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) टेस्ट एमसीजी (MCG) के इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया (ENG vs AUS) टेस्ट से कहीं बेहतर है. ये इस बात का सबूत है कि भारत जाहिर तौर पर अभी दुनिया की सबसे एंटरटेनिंग टीम है.

थोड़ी देर के लिए मैदान के बाहर के विवाद को भूल जाइए और अपना ध्यान इस चर्चा से दूर कर लीजिए कि कौन झूठ बोल रहा है और कौन फील्ड एक्शन पर ध्यान नहीं दे रहा है. मेरे लिए सबसे बड़ा एक्साइटमेंट दोनों टीमों की पेस बॉलिंग अटैक को देखना है. ये सचमुच में दुखद है कि जिस एनरिच नॉर्ट्जे (Anrich Nortje) को दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) में रहते हुए मुझे नजदीक से देखने का मौका मिला था वो सीरीज से बाहर हो गए हैं. लेकिन पिछले सीजन की हमारी टीम (DC) से बाकी लोग भी हैं जिनमें कगिसो रबाडा, इशांत शर्मा और उमेश यादव मौजूद रहेंगे.

लोग अक्सर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में पेस बॉलिंग को देखने की बात करते हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीका भी ऐसा मुल्क है जहां कोई भी पहले घंटे के खेल के बारे में अंदाजा लगा सकता है. हवा में गेंद घूमने और पिच से उछलने का नजारा टेस्ट क्रिकेट का हमेशा बेतरीन प्रचार होता है. इसलिए मैं इस बात का इंतजार नहीं कर सकता कि सोफे पर बैठूं और जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, इशांत शर्मा, उमेश यादव, कगिसो रबाडा और लुंगी एनगिडी को देखूं जो बल्लेबाजों का जीना मुश्किल कर देंगे.

पहला टेस्ट मैच सेंचुरियन (Centurion) में खेला जाएगा जो जोहानिसबर्ग (Johannesburg) के बिजनेस सेंटर से 15 मिनट की दूरी पर था, लेकिन रास्ते में इतना कंसट्रक्शन हो रहा है तो मैं यकीन से नहीं कह सकता हूं कि अब वहां पहुंचने में कितना वक्त लगता है.
    
मुझे याद है कि जब मैं सेंचुरियन में मैच खेलता था तब ये बैटिंग के लिए अच्छी पिच थी, शायद दक्षिण अफ्रीका में सबसे बेहतरीन. सभी ये उम्मीद करते हैं कि बल्लेबाज शुरुआत में थोड़ा संयम से खेले, हां यहां पर उछाल होगी, ये सच है. ये भारतीय बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि वो सीधे टेस्ट मैच खेल रहे हैं. बेहतर होता कि उन्हें पहले प्रैक्टिस मैच खेलने को मिलता, लेकिन कोविड के दौर में ऐसी उम्मीद करना बेमानी होगी. मैं कह चुका हूं कि भारत फिर भी दक्षिण अफ्रीका को हरा सकती है जो अभी बदलाव के दौर में है. हाल के वक्त में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में जीत दर्ज करने के बाद विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया के हौंसले बुलंद है, मैं साफ तौर से कह सकता हूं कि भारत इस सीरीज की फेवरेट टीम है.

इस बात को लेकर कशमकश जरूर है कि कौन से 11 खिलाड़ी टेस्ट मैच खेलेंगे. केएल राहुल भारत में मुख्य खिलाड़ी होंगे. उन्होंने इंग्लैंड में कुछ क्लासिक बल्लेबाजी की हैं जहां उन्होंने संयम भरी पारियां खेली हैं, वो ख्वाहिशों से भरे हुए और क्रीज पर काफी रीलैक्स दिखे. मैंने गौर किया है कि बॉल को देर से खेल रहे थे जो सीम और बाउंसिंग पिच पर जरूरी है. उम्मीद करनी चाहिए कि हमें वही राहुल दक्षिण अफ्रीका में भी देखने को मिलेगा. मैं उनके ओपनिंग पार्टनर मयंक अग्रवाल को लेकर श्योर नहीं हूं. वो फिलहाल अच्छे फॉर्म में हैं लेकिन संघर्ष कर सकते हैं क्योंकि वो ऊंची बैकलिफ्ट के साथ बैटिंग करते हैं. ये देखना दिलचस्प होगा कि हालात के हिसाब से खुद को कैसे ढालते हैं.

कर्नाटक (Karnataka) के दोनों खिलाड़ियों को अच्छी जुगलबंदी करनी होगी ताकि भारत को अच्छी शुरुआत मिले. पहले 15 से 20 ओवर्स में काफी बाउंस मिलेगा, उन्हें पैचेज को उखड़ते हुए देखना होगा और वहीं से मजबूती देनी होगी. नंबर 3 पर मैं चेतेश्वर पुजारा की पैरवी करूंगा, उनका तजुर्बा गोल्ड जितना कीमती है. पुजारा को कोच राहुल द्रविड़ से पूरा सपोर्ट मिलेगा जो नंबर 3 पोजीशन और इस तरह की पिच से बखूबी वाकिफ हैं. मुझे उम्मीद है कि द्रविड़ उन्हें समर्थन करेंगे. कप्तान विराट कोहली को नंबर 4 पर रहना चाहिए, वो चैंपियन हैं. ये देखना दिलचस्प होगा कि स्पिट कैप्टनसी के बाद पहली बार उनका अप्रोच कैसा रहेगा.

एक और चर्चा का विषय होंगे अजिंक्य रहाणे. जितना मैं द्रविड़ को अच्छी तरह जानता हूं उस हिसाब से कह सकता हूं कि वो रहाणे को प्लेइंग इलेवन में शामिल करेंगे लेकर सबकुछ कोहली पर निर्भर करता है. अगर रहाणे खेलते हैं तो वो काफी दबाव में होंगे क्योंकि श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी उनके पीछे खड़े हैं. रहाणे के लिए ये बड़ा टूर होगा. मैं ऋषभ पंत की परफॉरमेंस के बारे में सोच रहा हूं. वो खुलकर खेलने वाले बल्लेबाज हैं जो इस बार भी उसी तरीके से खेलेंगे. वो इंग्लैंड में अच्छे फॉर्म में नहीं दिखे लेकिन ब्रेक के बाद तरोताजा होकर लौट रहे हैं. पंत मैच विनर हैं और अकेले अपने दम पर मैच का रुख पलट सकते हैं.
 

बॉलिंग डिपार्टमेंट की बात करें तो जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और रविचंद्रन अश्विन जरूर होंगे. मुझे लगता है कि द्रविड़ और कोहली को ये मुश्किल फैसला करना होगा कि इशांत शर्मा को कैसे मौका दिया जाए, उनके पास काफी तजुर्बा है. दूसरी तरफ मोहम्मद सिराज हैं जो बॉलिंग में वेरिएशन लाते हैं. वो लंबे और टाइट स्पैल कर सकते हैं. मेरा झुकाव शार्दुल ठाकुर को लेकर भी है भारत 5 बॉलर्स के साथ खेलेगा, अश्विन के साथ वो दूसरे ऑलराउंडर के तौर पर टीम में शामिल हो सकते हैं.

जो कुछ भी विराट कोहली और बीसीसीआई के बीच हुआ है, उस वजह से इस टूर का दूसरा प्लॉट खुद ब खुद तैयार हो गया है. हमलोग हर गेंद को शिद्दत के साथ देखने वाले हैं. कौन जानता है कि हम इतिहास बनाने के करीब हैं.

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