टेंपल सिटी शिवरीनारायण में हुआ सर्वधर्म समभाव सम्मेलन का आयोजन

पामगढ़। शिवरीनारायण मेला ग्राउंड में सर्वधर्म समभाव सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें डॉक्टर शाहिद अली विभागाध्यक्ष पत्रकारिता एवं जनसंचार कुशाभाऊ ठाकरे मुख्य अतिथि थे, कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत शिवनारायण की अध्यक्ष अंजनी मनोज तिवारी एवं विशिष्ट अतिथि अरुण राणा अकलतरा विजय अमर सिंह नगर पंचायत उपाध्यक्ष एवं साहित्यकार समय दास अविनाशी उपस्थित थे, सर्वप्रथम हमारी संस्कृति एवं परंपरा के अनुसार मां सरस्वती एवं डॉ भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जिनके पश्चात अतिथियों का स्वागत गणेश सोनकर, मनोज दिवाकर, आकाश यादव, हरनाम यादव, बसंत कुर्रे, मिथिलेश बघेल सरपंच अमरताल, संतोष अग्रवाल, अशोक अग्रवाल अजय बंजारे इंजीनियर ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों का का पुष्पगुच्छ एवं बुके भेंट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम के आयोजक समय दास अविनाशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सर्वधर्म समभाव का पर्याय सापेक्ष है, यद्यपि भारतीय संविधान में धर्म के निरपेक्षता पर बल दिया जाता है, पद परिवर्तन करने का अभिप्राय यह नहीं कि वह भारतीय नहीं मुख्य एक प्रजाति के अंतर्गत है, और उसका धर्म मानवता है।

               

मानवतावादी दृष्टिकोण में हम सर्व धर्म समाज की पृष्ठभूमि पर सभी धर्मों में सामंजस्य एवं एकता को सामाजिक समरसता का इतिहास रचने की कोशिश करते हैं ।
अरुण राणा ने बताया कि हम एक नई दिशा की ओर बढ़ रहे हैं सभी जाति और धर्मों में हम संभाव स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं समता और समानता हमारी पृष्ठभूमि है, इस पृष्ठभूमि में हम मानवता को प्रतिस्थापित कर रहे हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष अंजनी मनोज तिवारी ने स्पष्ट रूप से सर्वधर्म समभाव का प्रतिष्ठापना पर बल दिया वह कहती है कि सब धर्म व जाति धरती की संतान है, और उन्हें धर्म को जाती पर विभेद नहीं किया जाना चाहिए, अन्यथा धर्म एवं जाति संघर्ष हमें ले डूबेगा हम सर्वधर्म समभाव को स्थापित करने और स्वच्छ समाज का राष्ट्र की अवधारणा को फलीभूत करें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ शाहिद अली ने कहा कि मैं एक मुसलमान हूं पर मेरी संस्कृति भारतीय है, धर्म में भेद नहीं होता सभी धर्म वह गौरवान्वित है, हमारी मूल अवधारणा सभी जाति और धर्मों को एक जैसा देखना चाहिए, समता और समानता के बिना सामाजिक समरसता का इतिहास बना पाना संभव नहीं है हमें सभी धर्मों का आदर करना चाहिए

उन्होंने बताया कि विद्यार्थी जीवन से लेकर अब तक सरस्वती वंदना का गीत गाते रहे हैं वह मुसलमान होते हुए हिंदू हैं और हिंदू होते हुए मुसलमान हैं।

हम मनुष्य हैं, हमें मानवतावादी दृष्टि समभाव पर आधारित होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में ऐसे व्यक्तियों का सम्मान किया जिन्होंने अपनी समाज में एक अलग पहचान बनाई है। मशी धर्म से मंडावी राहौद,राधास्वामी पंथ से दयालदास दिनकर धनगांव, कबीरपंथी गोविंद पटेल डोंगाकोहरौद
मुस्लिम धर्म से महरूम गुलाम वाहिद खान, हिंदू धर्म से मनोज तिवारी पार्षद नगर पंचायत शिवरीनारायण, अरुण राणा, पत्रकारिता संघ से मनोज थवाईत उदय हरबंश, यादव समाज से स्वर्गीय ध्वजा राम यादव, पुलिस विभाग से पूर्व डीएसपी नंदलाल धृतलहरें बिलासपुर, इस प्रकार से सर्वधर्म समभाव का पालन किया गया कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम का आभार प्रकट इंजीनियर अजय बंजारे ने किया।

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