एनएमडीसी – पर्या-हितैषी खनिक ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस

एनएमडीसी – पर्या-हितैषी खनिक ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस

नई दिल्ली । भारत के पर्या-हितैषी खनिक एनएमडीसी ने हैदराबाद में अपने मुख्यालय में ‘केवल एक पृथ्वी ‘विषय को लेकर विश्व पर्यावरण दिवस 2022 हैदराबाद में मनाया। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के प्रोफेसर मुकेश खरे इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे और एनएमडीसी के मुख्य सतर्कता अधिकारी विनीत पांडे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । इस कार्यक्रम में एनएमडीसी के बी साहू, अधिशासी निदेशक (उत्पादन और सुरक्षा), ए के पाढ़ी ,अधिशासी निदेशक (वाणिज्यि), एम जयपाल रेड्डी मुख्य महाप्रबंधक (संसाधन योजना और पर्यावरण) तथा वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

एक वैश्विक पर्यावरण विशेषज्ञ और भारत में वायु प्रदूषण की समस्याओं पर शीर्ष शोधकर्ताओं मे से एक प्रोफेसर खरे ने कंपनी के सुस्थिर खनन उद्देश्यों पर एनएमडीसी के दृष्टिकोण की प्रशंसा की और उन्होंने कहा कि “पर्यावरण और समुदाय के प्रति खनन प्रमुख की दशकों की प्रतिबद्धता एक मजबूत ईएसजी ढांचे का निर्माण कर रही है। भविष्य में, खनिकों और इंजीनियरों को खनन के लिए एक आर्थिक, इंजीनियरिंग कुशल और पारिस्थितिकी के प्रति जागरूक दृष्टिकोण को बनाए रखना होगा । “

एनएमडीसी ने एक मजबूत वनीकरण कार्यक्रम बनाया है और अपनी परियोजनाओं में और उसके आसपास 3.0 मिलियन से अधिक पेड़ लगाए हैं। पुनर्वनीकरण के प्रति एनएमडीसी के संकल्प को दोहराते हुए विनीत पांडे ने कहा, कि “हम पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में खनन करते हैं और यह हमारा दायित्व है कि हम खदानों को उनकी प्राकृतिक स्थिति में वापस लाएं। “केवल एक पृथ्वी ” विषय 50 वर्षों से प्रासंगिक है और भविष्य में भी यह प्रासंगिकता जारी रहेगी।

एनएमडीसी के खनन परिसरों ने जिम्मेदार खनन और संसाधन योजना के लिए भारतीय खान ब्यूरो से 5 स्टार रेटिंग अर्जित की है। भारत सरकार द्वारा हरित पहलों की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में योगदान देते हुए, कंपनी ने नवीकरणीय बिजली उत्पादन में निवेश किया है, शून्य अपशिष्ट खनन का पालन कर रही है, और पर्यावरण के अनुकूल अयस्क परिवहन के लिए 15 एमटीपीए की क्षमता वाली स्लरी पाइपलाइन को बिछाया जा रहा है।

एनएमडीसी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुमित देब ने अपने कर्मचारियों को पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘इको-फ्रेंडली माइनिंग’ वाक्यांश आमतौर पर एक ऑक्सीमोरोन है, परंतु हम अपने व्यवसाय के मूल में पर्यावरण संरक्षण के साथ इसे जोड़ने में सक्षम रहे हैं। भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक होने के साथ, एनएमडीसी पर्यावरण हितैषी खनन पद्धतियों को अपनाने एवं प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

विश्व पर्यावरण दिवस 2022 के अवसर पर, बी साहू ने कर्मचारियों को पर्यावरण के संरक्षण और संवर्द्धन में योगदान देने की शपथ दिलाई । एनएमडीसी के कर्मचारियों को जूट बैग, मिट्टी की बोतलें, बायोडिग्रेडेबल पेन और पौधे प्रदान किए। एनएमडीसी के पर्यावरण विभाग ने 23 मई, 2022 को निबंध लेखन और वाक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया और विजेताओं को पुरस्कृत किया

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